इस्राइल में धूमधाम से मनाया गया हिंदी दिवस
तेल अवीव। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम के बीच सैकड़ों हिंदी प्रेमियों ने यहां उत्साह के साथ अंतरराष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया। तेल अवीव विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में विद्यार्थियों ने हिंदी गाने गाए, प्रसिद्ध हिंदी कविताओं का पाठ किया और हिंदी फिल्मों के दृश्यों को अभिनीत किया।
   समारोह की शुरुआत करते हुए विश्वविद्यालय के एशियाई अध्ययन विभाग के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने श्री 420 फिल्म का मेरा जूता है जापानी गाना गाया। इसके बाद दूसरे वर्ष के विद्यार्थियों ने सौतन, कोई मिल गया, बाजीगर, मालामाल और लगे रहो मुन्नाभाई जैसी फिल्मों के दृश्यों का मंचन किया। मंचन के दौरान मूल फिल्म के दृश्यों को पृष्ठभूमि में बेआवाज प्रस्तुत किया जा रहा था। जैसे ही दो छात्राओं ने राजस्थानी लोक नृत्य प्रस्तुत किया, पूरा हाल झूम उठा और दर्शकों ने जोरदार तालियों से इसका स्वागत किया।
   माखनलाल चतुर्वेदी रचित पुष्प की अभिलाषा, केदारनाथ अग्रवाल की हवा हूं और अटल बिहारी वाजपेयी की गीत नया गाता हूं उन कविताओं में शामिल हैं जिन्हें समारोह के दौरान विद्यार्थियों ने अपनी आवाज दी। इस मौके पर एक विद्यार्थी ने एक प्रसिद्ध हिबू्र गीत को हिंदी में अनुवादित कर दर्शकों को आह्लादित कर दिया। इस गीत का हिंदी में शीर्षक था 20 साल का प्यार।
   इस्राइल में भारत के राजदूत अरुण कुमार सिंह ने हिंदी में निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार दिए। उन्होंने इस मौके पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का संदेश भी पढ़ा। भारतीय भाषा को सीखने के लिए बढ़ते रुझान पर हिंदी के अध्यापक गेन्नाडी श्लूम्पर ने कहा कि लोग जानते हैं कि इस देश को सही तरीके से समझने के लिए अंगे्रजी जानना भर पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंदी दिवस दो महत्वपूर्ण मौकों के बीच मनाया जा रहा है। इस मौके पर जहां भारत के गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत होने जा रही है वहीं हमारे दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 15 साल पूरे हो रहे हैं। भारत हमारा पुराना प्यार है। वह एक ऐसा देश है जिसका एक गौरवशाली इतिहास रहा है और हमें उम्मीद है कि उसका भविष्य भी गौरवशाली होगा।
   भारत के प्रति बढ़ते रुझान को देखते हुए विभाग ने इस साल हिंदी भाषा में तीन साल के पाठ्यक्रम को शुरू किया है। जापानी सिनेमा विशेषज्ञ और विभाग के अध्यक्ष ज्विका सर्पर ने इस विशेष मौके के लिए तैयार हिबू्र लिपि में लिखे गए हिंदी के भाषण को पढ़कर दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। तेल अवीव विश्वविद्यालय और इस्राइल के हिबू्र विश्वविद्यालय में हिंदी पहले से ही पढ़ाई जा रही है। हाइफा विश्वविद्यालय ने भी हाल में हिंदी में एक पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना की घोषणा की है। इस्राइल में सुप्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना ओफ्रा हाफमैन ने इस मौके पर अपने कार्यक्रम का प्रदर्शन किया।
  
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